कवि सम्मेलन का एक अनोखा रिश्ता भारतीय जनमानस से है. एक तरह से कवि सम्मेलन भारतीय समाज का वो आईना है, जिसमें अक्स को देखा और संवारा दोनो जा सकता है. कवि सम्मेलन के मंच की सबसे खूबसूरत बात यह है कि हर विधा का कवि अपने अपने अंदाज में देश और दुनिया को बेहतर बनाने का संदेश देता है.
श्रंगार के कवि मानवीय संवेदना को रुहानी ताजगी से भरा अहसास देकर एक सुंदर प्रेमपूर्ण समाज की रचना का प्रयास करते हैं तो हास्य के कवि गुदगुदाती रचनाओं से तनावमुक्त समाज की रचना में अपना योगदान देते हैं. हर विधा का कवि अपनी हर रचना मे एक बेहतर समाज का संदेश जनमानस को देता है. कवि सम्मेलन के मंच ने एक और खूबसूरत सा प्रयास किया है. आज कल युवाओं ने तेजी से कवि सम्मेलन और खासकर हास्य कवि सम्मेलन को अपनी रचनात्मकता की अभिव्यक्ति के साथ-साथ रोजगार के विकल्प ले रूप मे भी देखना शुरु कर दिया है. कवि सम्मेलन के बदले स्वरूप के कारण इसकी लोकप्रियता युवाओं के बीच में तेजी से बढ़ी है.
खास बात यह है कि कवि सम्मेलन के मंच अब सिर्फ़ साहित्यिक अभिव्यक्ति तक सीमित नहीं है वरन इसमें अपनी प्रतिभा को अपनी प्रस्तुति के माध्यम से दिखाने के हजारों अवसर मौजूद हैं. कवि सम्मेलन ने बेहतर भविष्य के निर्माण के लिये मजबूत वैचारिक धरातल प्रदान करने के साथ साथ युवाओं को एक रोमांचक और रचनात्मक कैरियर का विकल्प भी प्रदान किया है.